Wolf Attack in Bahraich: भेड़ियों का जिक्र जब भी होता है तो सिर्फ इनके आतंक की चर्चा होती है. फिर चाहें वरुण धवन की फिल्म भेड़िया हो या फिर उत्तर प्रदेश के बहराइच की घटना. बहराइच में भेड़ियों ने एक महिला समेत 8 मासूमों को अपना शिकार बनाया है. जिला वन विभाग का कहना है, अब तक 4 आदमखोर भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है, 2 और सक्रिय हैं जिन्हें पकड़ने की तैयारी है. इन्हें दबोचने के लिए ड्रोन और ट्रेंकुलाइजर की मदद ली जा रही है.

Wolf Attack in Bahraich
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के महसी इलाके से गुरुवार को एक और नरभक्षी भेड़िए को पकड़ा गया है। पिछले कई दिनों से नरभक्षी भेड़ियों के हमले से गांव के लोग परेशान हैं, और डर के साए में जी रहे हैं। वन विभाग की टीम ने गुरुवार को एक और नरभक्षी भेड़िए को पिंजरे में कैद कर लिया। भेड़िए का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद गोरखपुर चिड़ियाघर भेजने की तैयारी की जा रही है। अब तक कुल चार भेड़िए पकड़े जा चुके हैं। वन संरक्षक रेनू सिंह ने बताया कि आज एक और नरभक्षी भेड़िए को पकड़ लिया गया है। उसे पिंजरे में बंद किया गया है, वो स्वस्थ है। पहले पकड़े गए 3 भेड़ियों को चिड़ियाघर भेजा जा चुका है। अब इस भेड़िए को भी जल्द गोरखपुर चिड़ियाघर में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
नरभक्षी भेड़ियों को पकड़ने के लिए कुल 11 टीमें लगाई गई हैं। वो ड्रोन कैमरों की मदद से निगरानी कर रहे हैं और उसे पकड़ने का प्रयास कर रहे हैं। वन मंत्री अरुण सक्सेना ने गांव के लोगों को इस समस्या से निजात दिलाने का आश्वसन दिया है। उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार को सरकार की तरफ से मुआवजा भी दिया जा रहा है। वहीं गांव के लोगों से सावधान रहने की भी अपील की जा रही है। सरकार की तरफ से गांव में बिजली और सुलभ शौचालय के इंतजाम किए गए हैं। लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस और वन विभाग की टीम मौजूद है।
कब से शुरू हुआ भेड़ियों का आतंक?
खूंखार जानवरों का पहला हमला इसी साल मार्च की शुरुआत में हुआ था और तब से यह जारी है। शुरुआत में इन भेड़ियों ने जिले के हरदी थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत औराही में उत्पात मचाया था। हालांकि, जुलाई के बाद हमलों की संख्या बढ़ गई है। ये भेड़िये आतंक फैलाने के लिए एक खास पैटर्न अपनाते हैं, अक्सर घरों में सो रहे बच्चों को निशाना बनाते हैं। जिला वन अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज में छह भेड़ियों का एक झुंड देखा है।
इतना मुश्किल क्यों है भेड़िए को पकड़ना?
Wolf Attack in Bahraich: विशेषज्ञ कहते हैं, भेड़िए की सूंघने की क्षमता बहुत तेज होती है. यह अपने साथियों को कभी अकेला नहीं छोड़ते. अगर किसी साथी को शिकार में फंसाकर कहीं ले जाया जाता है तो ये वहां तक पहुंचने की क्षमता रखते हैं. इसकी वजह है वो गंध. ज्यादातर मामलों में शिकारी यहीं धोखा खाते हैं. बिना किसी मजबूत रणनीति के इसे पकड़ना मुश्किल है.
क्या कर रहा है भेड़ियों को पकड़ने के लिए प्रशासन?
बीते डेढ़ महीने से 32 राजस्व टीम, 200 से अधिक पुलिसकर्मी, मंडलीय समेत 16 वन विभाग टीमें भेड़ियों को काबू करने के लिए मशक्क्त कर रही हैं। इन्हें पकड़ने के लिए ऑपरेशन भेड़िया चलाया जा रहा है जिसकी मॉनिटरिंग खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं। वन संरक्षक संजय श्रीवास्तव ने बताया कि ऑपरेशन भेड़िया के तहत वन विभाग की 16 टीमें क्षेत्र में तैनात की गई हैं। इस अभियान के तहत ड्रोन कैमरों, इन्फ्रारेड कैमरों और थर्मल इमेजिंग कैमरों की मदद से भेड़ियों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है। भेड़ियों को बस्तियों में घुसने से रोकने के लिए जाल के साथ पिंजरा भी लगाया गया है।
इससे कितना नुकसान हुआ है?
महसी इलाके के गांवों में दहशत का आलम यह है कि किसान छुट्टा मवेशियों से फसल रखवाली के लिए खेत नहीं जा रहे। इससे उनकी फसल मवेशी चट कर रहे हैं। वहीं नौनिहालों की पढ़ाई भी बाधित है। भेड़ियों के डर से अधिकतर अभिभावक बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं।
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यह भी देखें :- Second Nuclear Submarine INS Arighat