क्या आप भी वजन घटाने के लिए करने जा रहे हैं इंटरमिटेंट फास्टिंग? जान लें इसके फायदे और नुकसान
इंटरमिटेंट फास्टिंग वजन घटाने के लिए इन दिनों खूब पॉपुलर हो रही है. यह एक ऐसा तरीका है जिसमें आप एक तय समय के लिए खाने से परहेज करते हैं. इससे आपके शरीर में कैलोरी की कमी और हार्मोनल परिवर्तन होते हैं जो लोगों को वजन कम करने में मदद करते हैं.
पिछले कुछ समय से दुनिया भर में इंटरमिटेंट फास्टिंग बेहद पॉपुलर हो रही है. इंटरमिटेंट फास्टिंग एक ईटिंग पैटर्न है जिसमें व्यक्ति पूरे दिन में एक निश्चित समय पर खाना खाता है और बाकी घंटों में फास्टिंग की जाती है. इस पैटर्न के तहत व्यक्ति दिन में केवल 8 घंटों के दौरान खाना खाता है और बाकी 16 घंटों में सिर्फ पानी पीकर फास्टिंग करनी होती है. इसके अलावा कई बार लोग अल्टरनेट डे (एक दिन के गैप) पर फास्टिंग करके वजन घटाने की कोशिश करते हैं. आइए जानते हैं कि वजन घटाने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग से क्या फायदे और नुकसान हैं.
इंटरमिटेंट फास्टिंग कैसे काम करती है
इंटरमिटेंट फास्टिंग आपको वजन कम करने में मदद कर सकती है लेकिन यह आपके हॉरमोन को भी प्रभावित कर सकती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि शरीर की चर्बी शरीर की ऊर्जा (कैलोरी) को संग्रहीत करने का तरीका है. जब आप कुछ नहीं खाते हैं तो आपका शरीर संग्रहीत ऊर्जा को इस्तेमाल शुरू कर देता है. उदाहरण के लिए इससे आपकी नर्वस सिस्टम एक्टिविटी में बदलाव होता है और साथ ही कई जरूरी हार्मोन्स में भी परिवर्तन होने लगता है जैसे—
इंसुलिन: जब आप खाते हैं तो इंसुलिन का स्तर बढ़ जाता है और जब आप फास्टिंग करते हैं तो यह कम हो जाता है. इंसुलिन का कम स्तर वसा को जलाने में मदद करता है.
नोरेपीनेफ्रिन हार्मोन (नॉरएड्रेनालाइन): आपका तंत्रिका तंत्र आपकी वसा कोशिकाओं को नोरेपीनेफ्रिन भेजता है जिससे वो शरीर के वसा को फ्री फैटी एसिड में तोड़ देते हैं जिन्हें ऊर्जा के लिए जलाया जा सकता है. इंटरमिटेंट फास्टिंग वसा को जलाने की प्रक्रिया को तेज कर सकता है. शोध से पता चलता है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग और पूरे दिन की फास्टिंग शरीर के वजन और शरीर के फैट को कम करती है लेकिन लॉन्ग टर्म प्रभावों का पता लगाने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है.
इंटरमिटेंट फास्टिंग कब हो सकती है सफल
अगर आप इंटरमिटेंट फास्टिंग के साथ वजन कम करना चाहते हैं तो आपको कई बातों का ध्यान रखना होगा.
गुड क्वालिटी फूड: अगर आप इंटरमिटेंट फास्टिंग कर रहे हैं तो पैकेज्ड और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों के बजाय घर का खाना, फल, सब्जियां, सलाद और ज्यादातर साबुत खाद्य पदार्थ जैसे ओट्स, दलिया, किनोआ और स्प्राउट्स खाने की कोशिश करें.
कैलोरी: जिस पीरियड में आप फास्टिंग नहीं कर रहे हैं तो उस दौरान इतना भी न खाएं कि फास्टिंग के दौरान कम की गई कैलोरी आपके शरीर में दोबारा जमा हो जाए.
पैटर्न फॉलो करें: किसी भी वजन घटाने के तरीके को आपको इसे लंबे समय तक फॉलो करना चाहिए.
धैर्य: आपके शरीर को इंटरमिटेंट फ़ास्टिंग के साथ ढलने में कुछ समय लग सकता है. अपने खाने के शेड्यूल को सेट करने के लिए थोड़ा समय दें.
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