2024 Bhadrapada(भाद्रपद) Maas: सनातन संस्कृति के कैलेंडर (या पंचांग या संवत) में भाद्रपद को साल का छठा महीना माना जाता है| यह ग्रेगोरियन कैलेंडर के अगस्त-सितम्बर में पड़ता है| इस साल 2024 में ‘विक्रम संवत’ (calendar) का 2081वा साल और ‘शक संवत’ के हिसाब से 1946वा साल का आरम्भ हुआ है| विक्रम संवत के अनुसार श्रावण महीने में पूर्णिमा के बाद वाली प्रतिपदा, भाद्रपद मास की पहली तिथि होती है|
ऐसा माना जाता है कि भाद्रपद का महीना भगवान श्री कृष्ण को समर्पित होता है. भाद्रपद का महीना धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इस महीने में कई प्रमुख त्यौहार और व्रत होते हैं, जैसे कि राधा अष्टमी, जन्माष्टमी, हरतालिका तीज एवं गणेश चतुर्थी जिसे भारत में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। आइये इस लेख में जानते हैं साल 2024 में भादो कब से शुरू हो रहा है और इस महीने में कौन कौन से त्यौहार आने वाले हैं
भाद्रपद कब से शुरू हो रहा है एवं कब तक रहेगा ?
भाद्रपद महीने की शुरुआत सावन के बाद होता है इस साल 2024 में भाद्रपद का म 20 अगस्त से शुरू हो रहा है और इसका समापन 18 सितंबर को हो जाएगा भाद्रपद माह के समापन के बाद शुरू होता है पितृ पक्ष. भाद्रपद पूर्णिमा से आश्विन कृष्णपक्ष अमावस्या तक के सोलह दिनों को पितृपक्ष कहते है, जिसमें लोग अपने पितरों को श्रद्धापूर्वक स्मरण करते है और उनके लिए पिंडदान करते हैं. इसे “सोलह श्राद्ध ( Solah Shraddh )“, “महालय पक्ष ( Mahalay Paksh )“, “अपर पक्ष ( Apar Paksh )” आदि नामो से भी जाना जाता हैं.
भाद्रपद महीने में गणेश चतुर्थी (Ganesh chaturthi), जन्माष्टमी के अलावा राधा अष्टमी, हल षष्ठी, ऋषि पंचमी (Rsihi panchami), परिवर्तिनी एकादशी (Parivartani ekadashi), अनंत चतुर्दशी (Anant chaturdashi), सोमवती अमावस्या (Somwati amavasya), ओणम (Onam), अजा एकादशी (Aja ekadashi) और भाद्रपद पूर्णिमा जैसे व्रत और पर्व आते हैं. जिसे हिंदुओं में महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है.
2024 भाद्रपद महीने के पर्व एवं त्यौहार !
तिथि |
महीना |
दिन |
साल |
त्यौहार |
20 |
अगस्त | मंगलवार | 2024 | भाद्रपद माह शुरू |
22 | अगस्त | गुरुवार | 2024 |
संकष्टी चतुर्थी, कजरी तीज, बहुला चौथ |
24 |
अगस्त | शनिवार | 2024 | बलराम जयंती |
25 | अगस्त | रविवार | 2024 |
शीतला सातम |
26 |
अगस्त | सोमवार | 2024 | जन्माष्टमी |
27 | अगस्त | मंगलवार | 2024 |
दही हांडी |
29 |
अगस्त | गुरुवार | 2024 | अजा एकादशी |
31 | अगस्त | शनिवार | 2024 |
प्रदोष व्रत (कृष्ण), पर्यूषण पर्व शुरू |
1 |
सितंबर | रविवार | 2024 | मासिक शिवरात्रि |
2 | सितंबर | सोमवार | 2024 |
भाद्रपद अमावस्या, सोमवती अमावस्या |
6 | सितंबर | शुक्रवार | 2024 |
हरतालिका तीज, वराह जयंती |
7 |
सितंबर | शनिवार | 2024 | गणेश चतुर्थी, गणेश उत्सव शुरू |
8 | सितंबर | रविवार | 2024 |
ऋषि पंचमी |
11 |
सितंबर | बुधवार | 2024 |
राधा अष्टमी, महालक्ष्मी व्रत शुरू |
14 |
सितंबर | शनिवार | 2024 | परिवर्तिनी एकादशी |
15 |
सितंबर | रविवार | 2024 | प्रदोष व्रत (शुक्ल), ओणम/थिरुवोणम, वामन जयंती |
16 | सितंबर | सोमवार | 2024 |
कन्या संक्रांति, विश्वकर्मा जयंती |
17 | सितंबर | मंगलवार | 2024 |
अनंत चतुर्दशी, गणेश विसर्जन |
18 | सितंबर | बुधवार | 2024 |
भाद्रपद पूर्णिमा व्रत, पितृ पक्ष शुरू, चंद्र ग्रहण |
इन्हीं सारे पर्वों के साथ भाद्रपद माह की समाप्ति हो जाती है एवं भाद्रपद महीने के बाद शुरू होता है पितृ पक्ष (PATRILATERAL) अर्थात सोलह श्राद्ध का महीना जिसमें हम सभी अपने पित्रों यानी पूर्वजों को याद करते हैं एवं उनके नाम से पिंडदान किया जाता है. पितृ पक्ष का महीना हमारे मृत पूर्वजों को समर्पित होता है.
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