गुजरात के कई राज्य हुए जलमग्न, मौसम विभाग ने जारी कर दिया है अलर्ट. पूरी जानकारी के लिए आगे पढ़ें…
Gujrat Rain Alert: गुजरात में मूसलाधार बारिश के कारण वहां की हालत बिगड़ चुकी है. सूरत, कच्छ समेत करीब दर्जनभर जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. हालत की गंभीरता देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने प्रशासन को प्रभावित इलाकों से लोगों को ऊंचे स्थानों पर ले जाने का निर्देश दिया है. यहां तक कि 34 स्टेट हाईवे बंद कर दिए गए हैं. जिसमें खेड़ा 6, आणंद 2, कच्छ 1, वडोदरा 6, नर्मदा 1, पचमहल 4, भरूच 2, दाहोद 2, सूरत 1, वलसाड 1, राजकोट 1, मोरबी 4, सुरेंद्रनगर 3 सड़कें बंद हैं. वहीं पचायत की कुल 557 सड़कों पर आना जाना ठप है. 7 हजार से ज्यादा गांवों की बिजली प्रभावित हुई है.
मौसम का ही चमत्कार है कि कहीं सूखा पड़ा होता है तो कहीं बाढ़ जैसी हालत बन जाती है.
कुछ ऐसी ही हालत अभी गुजरात की बनी हुई है जहां लोग ज्यादा बारिश होने की वजह से परेशान हो रहे, मूसलाधार बारिश ने गुजरात को हिलाकर रख दिया है. भारी बारिश से राज्य के ज्यादातर जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. कई जगहों पर पावर सप्लाई ठप हो गई है. तो कुछ जगहों पर जलभराव की वजह से सड़कें बंद करनी पड़ी हैं. राजकोट के जसदण के कमलापुर गांव में तेज हवा और बारिश के चलते बिजली के 6 खंभे गिर गए हैं. इससे पूरा सूबा अंधेरे में डूब गया है. तेज हवाओं के चलते कई इलाकों में पेड़ गिरने की भी खबरें हैं. पिछले 48 घंटे से हो रही भारी बारिश के चलते पूरा राजकोट शहर मानो टापू बन गया है. 24 घंटों में 10 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है. आजी नदी का रौद्र रूप भी देखने को मिल रहा है. वहीं आणंद के खंभात में दीवार गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई है.
मौसम विभाग (IMD) ने अभी तीन दिन राजस्थान के कई शहरों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. बारिश इतनी ज्यादा हुई कि राजकोट में शहर की सड़कों पर पानी भर गया और गाड़ियां पूरी तरह से डूब चुकी है. घरों में इतना पानी भर चुका है कि बुजुर्गों को कंधों पर उठाकर रेस्क्यू किया जा रहा है.
उफान पर नदियां, बांध भी ओवरफ्लो
राजकोट का रामनाथ महादेव मंदिर भी अब सैलाब की चपेट में है. आस-पास की गलियों से बरसाती नाले पूरी रफ्तार से बह रहे हैं. राजकोट में दो दिन में बीस इंच से ज्यादा बारिश दर्ज हुई है. पंचमहल में तीन बड़े बांध भारी बारिश की वजह से ओवरफ्लो हो गए हैं. इनसे लाखों क्यूसेक पानी अबतक छोड़ा जा चुका है.
बारिश और बांध से छोड़े जा रहे पानी की वजह से आसपास के इलाकों में बाढ़ आ गई है. गुजरात के खेड़ा में शेढी नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि पास के गांव जलमग्न हो गए हैं. नदी के पास एक गौशाला में करीब 12 घंटे तक 15 लोग फंसे रहे जिन्हें एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया.
Meteorological Department Alert
पिछले रविवार से ही हो रही तेज बारिश से गुजरात को फिलहाल राहत नहीं मिल पाई है. राज्य सरकार ने राहत और बचाव के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम को अलर्ट कर दिया है. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अधिकारियों को प्रभावित इलाकों से पीड़ित लोगों को ऊंचे स्थानों पर ले जाने का निर्देश दिया है. लेकिन मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिनों तक गुजरात के लिए अभी और भारी है. सौराष्ट्र कच्छ तटीय क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना है.
कच्छ का समखियाली मालिया हाईवे भी बंद
भारी बरसात के चलते कच्छ का समखियाली मालिया हाईवे भी बंद कर दिया गया है. सुरक्षा को देखते हुए इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर डायवर्जन की व्यवस्था की गई है. मच्छू बांध से पानी छोड़े जाने की वजह से यह फैसला लिया गया है. प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि कच्छ-अहमदाबाद जाने के लिए राधनपुर मार्ग को अपनाएं. उन रास्तों पर जाने से बचें, जिनको सुरक्षा के मद्देनजर बंद कर दिया गया है.
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