PM मोदी ने किया पोलैंड दौरा : PM मोदी गुरुवार को पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क और फिर राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा से मुलाकात करेंगे। यह 45 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली पोलैंड यात्रा है। इससे पहले 1979 में मोरारजी देसाई वहां गए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन दिवसीय विदेश यात्रा पर बुधवार सुबह रवाना हुए. यात्रा के पहले चरण में प्रधानमंत्री पोलैंड जाएंगे. वो गुरुवार तक पोलैंड में रहेंगे. उनका पोलैंड के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मिलने का कार्यक्रम है.
भारत से रवाना होने से पहले PM मोदी ने कहा था, ‘मैं पोलैंड और यूक्रेन की आधिकारिक यात्रा पर जा रहा हूं। पोलैंड के साथ राजनयिक संबंधों के 70 साल पूरा होने के मौके पर मेरी यह यात्रा हो रही है। पोलैंड मध्य यूरोप का हमारा आर्थिक साझेदार है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पोलैंड और यूक्रेन की यात्रा पर बुधवार सुबह रवाना हुए.सबसे पहले वो पोलैंड जाएंगे. पोलैंड के बाद PM मोदी 23 अगस्त को ट्रेन से यूक्रेन पहुंचेंगे। इस यात्रा पर उन्होंने कहा कि वह शांति से जंग के समाधान पर राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ अपने विचार साझा करने के लिए उत्सुक हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक पीएम मोदी 21-22 अगस्त तक पोलैंड के दौरे पर रहेंगे। इसके बाद वे ट्रेन से यूक्रेन के लिए रवाना होंगे।
क्या है पोलैंड जाने के पीछे का कारण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पोलैंड का राजधानी वार्सा में राष्ट्रपति आंद्रेज सेबेस्टियन डूडा से मिलने का कार्यक्रम है. वो पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.भारत और पोलैंड के राजनयिक संबंध में 1954 में स्थापित हुए थे. पीएम मोदी से पहले प्रधानमंत्री के रूप में जवाहरलाल नेहरू ने 1955, इंदिरा गांधी ने 1967 और मोरारजी देसाई ने 1979 में पोलैंड की यात्रा की थी.
भारत-पोलैंड के संबंध
भारत और पोलैंड के बीच व्यापार तेजी से बढा है.दोनों देशों के बीच होने वाले व्यापार में पिछले 10 सालों (2013-2023)में 192 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है. भारत और पोलैंड ने बीते साल 2023 में 5.72 अरब डॉलर (करीब 48 हजार करोड़ रुपए) का आयात-निर्यात किया.इसमें भारत से पोलैंड को 3.95 अरब डॉलर (33 हजार 146 करोड़) का निर्यात और पोलैंड से 1.76 अरब डॉलर (14 हजार 770 करोड़) का आयात शामिल है.
भारत ने पोलैंड में तीन अरब डॉलर (25 हजार 178 करोड़) से ज्यादा का निवेश किया है. इसमें आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) और आईसीटी (सूचना-संचार प्रौद्योगिकी) कंपनियां प्रमुख हैं.इन भारतीय कंपनियों ने पोलैंड में करीब 10 हजार लोगों को रोजगार दिया हुआ है.इंफोसिस और एचसीएल जैसी कंपनियों की पोलैंड के बाजार में काफी पकड़ है.पोलैंड का भारत में 685 मिलियन डॉलर (पांच हजार 749 करोड़) का निवेश है.अगले साल पोलैंड यूरोपियन यूनियन काउंसिल का अध्यक्ष बनने वाला है.ऐसे में राजनीतिक नजरिए से भी पोलैंड के साथ अच्छे संबंध भारत के लिए जरूरी है.
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