गुब्बारे और खिलौने बेचने की आड़ में करते हैं रेकी
पुलिस के अनुसार, इस गैंग के 40-50 पुरुष और 15-20 महिलाएं देश के विभिन्न हिस्सों में छोटे-मोटे सामान जैसे गुब्बारे, खिलौने और झूले बेचने के बहाने घरों की दिन में रेकी करते हैं। रात में चिन्हित मकानों में चोरी की वारदात को अंजाम दिया जाता है।एक साल से रांची में कर रहे थे सक्रिय चोरी
एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि यह गिरोह मुख्य रूप से नगदी और जेवरात की चोरी करता है और बाद में इन्हें चिन्हित ज्वेलरी दुकानों में बेच देता है। आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे पिछले एक वर्ष से रांची के विभिन्न इलाकों में बंद पड़े मकानों में चोरी कर रहे थे।
रामगढ़ में बरामद हुए चोरी के गहने, दो ज्वेलर्स भी गिरफ्तार
तीनों की निशानदेही पर रामगढ़ स्थित के.के. ज्वेलर्स से चोरी के गहनों की बरामदगी हुई है। इस मामले में संलिप्त ज्वेलरी दुकान के मालिक मनीष कटारिया और उनके सहयोगी रोशन कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है।
40 लाख की चोरी
इस गैंग ने सदर थाना क्षेत्र के बूटी बस्ती में कुलेश ओहदार के बंद मकान से भी चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। उस दौरान वे कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज गए हुए थे। इस चोरी में लगभग 40 लाख रुपये के गहने और नकद गायब हुए थे।
रांची, जमशेदपुर और रामगढ़ में फैला नेटवर्क
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि यह गिरोह रांची के अलावा जमशेदपुर, रामगढ़ और अन्य जिलों में भी सक्रिय रहा है।पुलिस को मिली बड़ी सफलता
पुलिस का मानना है कि इस गिरोह के खुलासे से राजधानी में चोरी की घटनाओं में अब कमी आएगी। इस कार्रवाई में सदर डीएसपी संजीव कुमार बेसरा, सदर थाना प्रभारी कुलदीप कुमार, खेलगांव थाना प्रभारी चंद्रशेखर सिंह समेत अन्य पुलिसकर्मियों की अहम भूमिका रही।

रांची: राजधानी रांची में लगातार हो रही चोरी की घटनाओं के बीच पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जिले के डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के निर्देश पर गठित विशेष छापेमारी टीम ने कोकर चौक स्थित सैमफोर्ड अस्पताल के पास संदिग्ध अवस्था में तीन चोरों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान मध्य प्रदेश निवासी शंकर कन्हैया सोलंकी, जूजू आदिवासी और मंगल सिंह के रूप में की गई है। गिरफ्तारी के समय तीनों आरोपियों के पास से ताला तोड़ने के लोहे के औजार, बड़ा पेचकस, सलाई रिंच समेत कई सामान बरामद किए गए। इसे देखकर पुलिसवालों के भी होश उड़ गए। सख्त पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे ‘पार्डी गैंग’ नामक अंतरराज्यीय चोर गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं। इस गिरोह का आधार मध्य प्रदेश के गुना जिले में है।
गुब्बारे और खिलौने बेचने की आड़ में करते हैं रेकी
पुलिस के अनुसार, इस गैंग के 40-50 पुरुष और 15-20 महिलाएं देश के विभिन्न हिस्सों में छोटे-मोटे सामान जैसे गुब्बारे, खिलौने और झूले बेचने के बहाने घरों की दिन में रेकी करते हैं। रात में चिन्हित मकानों में चोरी की वारदात को अंजाम दिया जाता है।
पुलिस के अनुसार, इस गैंग के 40-50 पुरुष और 15-20 महिलाएं देश के विभिन्न हिस्सों में छोटे-मोटे सामान जैसे गुब्बारे, खिलौने और झूले बेचने के बहाने घरों की दिन में रेकी करते हैं। रात में चिन्हित मकानों में चोरी की वारदात को अंजाम दिया जाता है।
एक साल से रांची में कर रहे थे सक्रिय चोरी
एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि यह गिरोह मुख्य रूप से नगदी और जेवरात की चोरी करता है और बाद में इन्हें चिन्हित ज्वेलरी दुकानों में बेच देता है। आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे पिछले एक वर्ष से रांची के विभिन्न इलाकों में बंद पड़े मकानों में चोरी कर रहे थे।
रामगढ़ में बरामद हुए चोरी के गहने, दो ज्वेलर्स भी गिरफ्तार
तीनों की निशानदेही पर रामगढ़ स्थित के.के. ज्वेलर्स से चोरी के गहनों की बरामदगी हुई है। इस मामले में संलिप्त ज्वेलरी दुकान के मालिक मनीष कटारिया और उनके सहयोगी रोशन कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है।
40 लाख की चोरी
इस गैंग ने सदर थाना क्षेत्र के बूटी बस्ती में कुलेश ओहदार के बंद मकान से भी चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। उस दौरान वे कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज गए हुए थे। इस चोरी में लगभग 40 लाख रुपये के गहने और नकद गायब हुए थे।
रांची, जमशेदपुर और रामगढ़ में फैला नेटवर्क
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि यह गिरोह रांची के अलावा जमशेदपुर, रामगढ़ और अन्य जिलों में भी सक्रिय रहा है।
एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि यह गिरोह मुख्य रूप से नगदी और जेवरात की चोरी करता है और बाद में इन्हें चिन्हित ज्वेलरी दुकानों में बेच देता है। आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे पिछले एक वर्ष से रांची के विभिन्न इलाकों में बंद पड़े मकानों में चोरी कर रहे थे।
रामगढ़ में बरामद हुए चोरी के गहने, दो ज्वेलर्स भी गिरफ्तार
तीनों की निशानदेही पर रामगढ़ स्थित के.के. ज्वेलर्स से चोरी के गहनों की बरामदगी हुई है। इस मामले में संलिप्त ज्वेलरी दुकान के मालिक मनीष कटारिया और उनके सहयोगी रोशन कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है।
40 लाख की चोरी
इस गैंग ने सदर थाना क्षेत्र के बूटी बस्ती में कुलेश ओहदार के बंद मकान से भी चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। उस दौरान वे कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज गए हुए थे। इस चोरी में लगभग 40 लाख रुपये के गहने और नकद गायब हुए थे।
रांची, जमशेदपुर और रामगढ़ में फैला नेटवर्क
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि यह गिरोह रांची के अलावा जमशेदपुर, रामगढ़ और अन्य जिलों में भी सक्रिय रहा है।
पुलिस को मिली बड़ी सफलता
पुलिस का मानना है कि इस गिरोह के खुलासे से राजधानी में चोरी की घटनाओं में अब कमी आएगी। इस कार्रवाई में सदर डीएसपी संजीव कुमार बेसरा, सदर थाना प्रभारी कुलदीप कुमार, खेलगांव थाना प्रभारी चंद्रशेखर सिंह समेत अन्य पुलिसकर्मियों की अहम भूमिका रही।
पुलिस का मानना है कि इस गिरोह के खुलासे से राजधानी में चोरी की घटनाओं में अब कमी आएगी। इस कार्रवाई में सदर डीएसपी संजीव कुमार बेसरा, सदर थाना प्रभारी कुलदीप कुमार, खेलगांव थाना प्रभारी चंद्रशेखर सिंह समेत अन्य पुलिसकर्मियों की अहम भूमिका रही।