UP Police Constable Exam 2024 इस बार पुलिस और बोर्ड ने मिलकर परीक्षा के आयोजन में कई बदलाव किए हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और अब नकल, पेपर लीक या किसी और का पेपर सॉल्व करना नामुमकिन होने वाला है.
Exam Started
उत्तर प्रदेश में आज सिपाही भर्ती परीक्षा (UP Police Constable Exam 2024) होनी है. उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड 23 अगस्त से 31 अगस्त तक दो पालियों में होगी. पहली पाली सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक होगी. पिछली बार फरवरी में हुई इस परीक्षा में गडबड़ी के बाद इस बार सुरक्षा को लेकर कई कड़े इंतजाम किए गए हैं. राज्य के 67 केंद्रों पर 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त को परीक्षा होगी. परीक्षार्थियों को परीक्षा से कम से कम आधे घंटे पहले सेंटर पर पहुंचना होगा. पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर गुरुवार रात को यूपी के झांसी रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में अभ्यार्थियों की भीड़ नजर आई. अभ्यर्थी रात भर पढ़ते नजर आए. पुलिस बनने की ललक में किसी को खुले आसमान के नीचे तो किसी को प्लेटफॉर्म पर पढ़ते हुए देखा गया. बदन पर खाकी का सपना पूरा करने को उत्सुक सभी अभ्यर्थी सुबह होने का इंतजार करते दिखे, ताकि परीक्षा में शामिल हो सकें.
हर बार पेपर लीक होने का समस्या बहुत ही ज्यादा बढ़ता जा रहा था जिससे न केवल अभ्यर्थी परेशान थे बल्कि सरकार को भी इसकी चिंता सता रही थी की नकल करने वाले हमेशा एक कदम आगे कैसे हो जा रहे है. संभवतः हर्निया और करवाने में आयोग का भी किसी न किसी तरीके से हाथ आवश्यक होता होगा क्योंकि यह काम केवल बाहर वाले का नहीं हो सकता है.
लेकिन अब उनकी सारी कोशिश नाकाम होने वाली है क्योंकि यूपी के सीएम योगी जी परीक्षा को लेकर बहुत ही चौकन्ने हो गए हैं और बहुत सारे नए-नए नियम बनाए गए हैं. आइए जानते हैं क्या हुआ है नया बदलाव
क्या है परीक्षा के बड़े इंतजाम ?
डमी कैंडिडेट्स की AI से होगी पहचान:
- डमी कैंडीडेट्स परीक्षा में ना जा पाए इसलिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) की मदद ली जा रही है. अब कैंडिडेट्स के फोटो को AI से क्रॉस चेक किया जाएगा. यही नहीं पुरानी फोटो को आधार के फोटो से मिलाया जाएगा ताकि कैंडिडेट्स यह न कहे की आधार पर छपी तस्वीर पुरानी है. साथ ही ब्लूटूथ डिवाइस पकड़ने के लिए भी अलग से चेकिंग की जाएगी.
CCTV के कड़े इंतजाम
- अब चोर की खैर नहीं क्योंकि उन्हें पकड़ने के लिए सभी परीक्षा केंद्रों के हर कोने में CCTV कैमरा लगा दिए गए हैं. गड़बड़ी से बचने के लिए सीसीटीवी कैमरे से चप्पे- चप्पे पर कड़ी नजर रखी जा रही है. हर परीक्षा केंद्र पर एक कंट्रोल रूम होगा. जिले के सभी कंट्रोल रूम को जिलास्तर के मुख्य जिला कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है. सभी जिलों के कंट्रोल रूम पर स्टेट कंट्रोल रूम से नजर रखी जा रही है. कंट्रोल रूम पर अपर जिलाधिकारी स्तर का अफसर तैनात किए गए हैं. जितने भी सीसीटीवी लगाए जाएंगे उसकी लाइव मॉनिटरिग अधिकारी अपने फोन पर भी देख पाएंगे. पुरानी परीक्षाओं में जिन कैंडिडेट्स को या पिछले 12 सालों में जितने भी सॉल्वर गैग को पकड़ा गया है, उनपर भी पुलिस की नजर रहेगी.
KYC वेरिफिकेशन
- परीक्षा केंद्र में जो भी कैंडिडेट्स एग्जाम देने पहुंचेंगे उनका KYC वेरिफिकेशन कराया जाएगा. कैंडिडेट्स का बायोमीट्रिक अटेंडेंस और आधार कार्ड भी लिया जाएगा. परीक्षा में इस बार कोई भी गड़बड़ी और नकल रोकने के लिए सिविल पुलिस के साथ एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को भी लगाया गया है.
अपनाया गया आधा- आधा स्टाफ फार्मूला
- हर परीक्षा केंद्र पर सिर्फ आधा ही स्टाफ उस केंद्र का होगा बाकी आधा स्टाफ दूसरे स्कूल या कॉलेज से लाए जा रहे हैं. परीक्षा केंद्र तक सेक्टर मजिस्ट्रेट, कलेक्ट्रेट की ट्रेजरी पेपर पहुंचाएंगे. एग्जाम सेंटर पर अब केवल स्टाफ मौजूद नहीं होंगे बल्कि उनके साथ अब पुलिस भी वहां नजर आएगी.
अभ्यर्थियों को नहीं मिलेगी रफ शीट
- परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को कोई भी रफ शीट नहीं दी जाएगी. अभ्यर्थियों की ओर से भर्ती बोर्ड को परीक्षा केंद्र, परीक्षा की तिथि या शिफ्ट बदलने की गुजारिश भेजी जा रही थी. भर्ती बोर्ड ने इसे सिरे से नकार दिया है. बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी परिस्थिति में न शिफ्ट बदलेगी, न परीक्षा केंद्र बदलेगा और न ही परीक्षा की तारीख में कोई बदलाव होगा.